Thursday, 14 June 2012

पर्दा हटाओ तो जाने


गुनाहों    से    पर्दा    हटाओ   तो जानें  |
सज़ा  कातिलों  को  दिलाओ  तो जानें  ||

उठा  कर  नज़र  क्यों  मिलाते नहीं हो |
नज़र  में  किसी  को बसाओ तो  जानें ||

कमाया  है कितना  लुटाया है कितना |
ज़रा खुल के सब को बताओ तो जानें ||

दिलों   में  ये   दूरी   बढ़ी  आज  कैसे |
बढ़ी  सो  बढ़ी  है  मिटाओ  तो  जानें |

अलग अपने रास्तों पे सब जा रहे हैं |
इन्हें आज जा के मनाओ  तो  जानें  ||

कमी तो बताते हो सब की ग़ज़ल में |
कमी  दूर करके  दिखाओ  तो जानें ||

किसी को न ‘सैनी ’की परवाह कोई |
उसे महफ़िलों में बुलाओ  तो  जानें  ||

डा० सुरेन्द्र  सैनी   

1 comment:

  1. बहुत खूब सैनी साहब.....बहुत खूब.......

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