Thursday, 31 May 2012

झूठा वादा


झूठा   वादा    करता    है |
क्या मिलने से  डरता  है ||

पहले    झगडे   करता  है |
फिर तू छुपता  फिरता है ||

जाने क्या-क्या लिखता है |
अखबारों   में   छपता   है ||

चूहे    जैसा    दिल    तेरा |
लड़ने  का  दम भरता  है ||

खोटा   है   तू  नीयत  का |
कुछ  पैसों  में बिकता है ||

साधू   उसको   कहते   हैं |
जो धरती पर  चलता  है ||

ऊंचा   उड़ने   वाला   ही  |
इक दिन नीचे गिरता है ||

धोखा  दे कर लोगों  को  |
उनके   सपने  ठगता है ||

लो  तुमको  बतलाता  हूँ |
‘सैनी’तुम  पर मरता  है ||

डा०  सुरेन्द्र  सैनी  


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