गुनाहों से पर्दा हटाओ तो जानें |
सज़ा कातिलों को दिलाओ तो जानें ||
उठा कर नज़र क्यों मिलाते नहीं हो |
नज़र में किसी को बसाओ तो जानें ||
कमाया है कितना लुटाया है कितना |
ज़रा खुल के सब को बताओ तो जानें ||
दिलों में ये दूरी बढ़ी आज कैसे |
बढ़ी सो बढ़ी है मिटाओ तो जानें |
अलग अपने रास्तों पे सब जा रहे हैं |
इन्हें आज जा के मनाओ तो जानें ||
कमी तो बताते हो सब की ग़ज़ल में |
कमी दूर करके दिखाओ तो जानें ||
किसी को न ‘सैनी ’की परवाह कोई |
उसे महफ़िलों में बुलाओ तो जानें ||
डा० सुरेन्द्र सैनी